उ0प्र0 के मिशन शक्ति अभियान

उ0प्र0 के मिशन शक्ति अभियान में हिन्दूस्तान


सहित मीडिया भागीदारी अभिनन्दनीय पर साथ ही...


उ0प्र0 के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा महिलाओं एवं बालिकाओं की बढ़ती असुरक्षा की समस्या से निपटने के लिए शुरू किए गए मिशन शक्ति अभियान के अन्र्तगत पुलिस सेवा में 20 प्रतिशत महिलाओं की भर्ति व साइबर फोरेंसिक सेंटर, पिंक बूथ स्थापना व छेड़छाड़ वाले हाॅटस्पाॅट की पहचान 1090 सेवा द्वारा डाटा एनालिटिक्स सेंटर प्रयासों के साथ हर जनपद में 100 मातृव शक्ति जिनके कार्यों व आचरण से नारी शक्ति को सशक्ता मिली हो प्रेरक के रूप में चयन कर उन्हें मातृव शक्ति प्रतीक सम्मान व सभी को प्रेरक रूप से उनके कार्यों को जन-जन तक पहुचाने का प्रयास हो रहा है। 
हिन्दूस्तान समाचार ग्रुप समूह की पहल
आजादी की देश में अलख जगाकर देश को आजाद करने वालों के बीच से पैदा हुए समाचार ग्रुप दैनिक हिन्दूस्तान के सम्पादक शशि शेखर की पहल पर पहली नवम्बर 2020 से दैनिक हिन्दूस्तान मिशन शक्ति नारी सुरक्षा, नारी सम्मान व नारी स्वावलम्बन ध्येय से शुरू करने की जानकारी नागरिकों से साझा कर उसमें जन भागीदारी की अपेक्षा की गई है। 
निश्चय ही यह सराहनीय दायित्व निवर्हन है। इस मिशन के छ बिन्दू रेखांकित किए गए है। इनसे पहला है प्रदेश के सभी जनपदों में जूरी गठन जिसमें जिले के जिलाधिकारी, पुलिस प्रमुख, जिला प्रोबेशन अधिकारी, जिला विद्यालय निरीक्षक, हिन्दूस्तान के स्थानीय सम्पादक जैसे जिम्मेदार लोग शामिल करने की बात कही गई है।
दूसरा बिन्दू है इस जूरी द्वारा हर जिले से एक सौ महिलाओ का चयन करना। जिनका कार्य उल्लेखनीय व लोगों को प्रेरित करने वाला हो। इनके कार्य देश व समाज का भविष्य बालिकाओ के लिए उदाहरण बन सके। दैनिक हिन्दूस्तान इन चयनित महिलाओं के अच्छे उदाहरण लगातार प्रकाशित करने की बात कही गई है। इन्हें पढ़कर विशेषतः युवाओं-युवतियों को प्रेरणा मिल सके भविष्य में वह भी इस तरह के प्रयास कर समाज को अच्छा वातावरण व देश का मान बढ़ा सके।
चैथा बिन्दू है मण्डल स्तर पर इन चयनित महिलाओं के साथ डिजिटल संवाद आयोजन। मुख्यमंत्री उ0प्र0 का सम्बोधन सुनवाना ताकि देश की युवा पीढ़ी प्रेरक हो सके। पांचवा है यह चयनित महिलाएं स्कूल कालेजों में जाकर बालिकाओं की सुरक्षा, अधिकार स्वावलंबन व सशक्तिकरण से जुड़े अधिकारों, योजनाओं व समावित प्रयासों के बारे में जागरूक करना। 
दैनिक हिन्दुस्तान के मिशन शक्ति की छटवीं बात होली के अवसर पर उपले व लड़कियों से ही नहीं बल्कि महिलाओं के खिलाफ होने वाली कुरीतियों की होली जलाना व जलवाना है। इस मिशन में जनता से स्वयं प्रेरक एवं कार्य समतुल्य पाते है या आसपास किसी को पाते है उनके कार्य एक सौ में चयन हेतु तो अवगत कराने की बात कही गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा 18 अक्तूबर 2020 से शुरू अपने इस शक्ति अभियान को नारी के व्यवहारिक जीवन में भी शक्ति रूप में प्रस्तुत कर सके इस भाव को बढ़ाने के लिए प्रदेश सरकार की अपनी इस इच्छा शक्ति स्वरूप मिशन शक्ति को बताया।
जन भागीदारी कि यह अभियान सफलता संभव नहीं। भागीदारी देश में स्वच्छता, नदियों की स्वच्छता आदि अनेक महत्वपूर्ण इस सरकार के कार्यों में उल्लेखनीयता दी है मिशन शक्ति में दैनिक हिन्दुस्तान ग्रुप आदि का प्रयास अभिनन्दनीय है श्रम शिखर भी इस तरह की पहल कर जन जाग्रति के प्रयास में लगा है। प्रेरक कार्यो को करने वालों का अभिनन्दन करते हुए उनके कार्यों की जन-जन तक पहंुचाने का अपना संकल्प शुरू कर चुका है। इसमें सदभावना समिति व इसकी वरिष्ट नागरिक फोरम व आर आर ग्रुप आदि कंधे से कंधा मिलाकर प्रदेश सरकार के इस अभियान को सार्थकता देने हेतु प्रयासरत है। 
जनपद स्तर पर सराहनीय प्रेरक महिला कार्यत्री चयन के साथ ऐसे प्ररूष भी चयनित हो
मिशन शक्ति के अन्र्तगत प्रदेश की पुलिस को कही अधिक संवेदनशील बनाने के साथ नवीन तक तकनीक से उनके कार्यों के साथ सुनवाई का इस्तमाल एवं निगरानी सजग बनाई जाती दिख रही है। प्रदेश पुलिस में महिला एवं बाल सुरक्षा एक संगठन अलग बनाकर उसकी कमान एडीजी स्तर को सौंपकर निगरानी व इनके विरूद्ध अपराधिक मामलों पर कार्यवाही कराकर इन्हें रोकने के प्रयास कराने की जिम्मेदारी दी गई है। हेल्पलाइनों को एक स्वरूप दिया गया है। इसका असर हैं 59277 स्थानों की जांच उनमें 23,3880 व्यक्तियों की जांच तथा शपथ पत्र 36595 व्यक्तियों इनमें क श्रेणी व्यक्ति 24391 व अभिभावक 12204 तथा दण्ड प्रक्रिया 107/116 में संख्या 9166 व 151 में 4653 व धारा 110 जी दंड प्रक्रिया में 3178 व गुंडा एक्ट में 1524 व अन्य कार्यवाही में 23,078 व्यक्तियों पर कार्यवाही की जानकारी उपलब्ध हो सकी।
श्रम शिखर के माध्यम से मेरा व म शिखर के पाठकों का मत है कि प्रदेश सरकार व दैनिक हिन्दुस्तान के अलावा अन्य मीडिया स्तर से इस मिशन शक्ति को प्रभावी बनाने व समाज में अच्छे कार्यों को करने व नारी व बालिका सुरक्षा को प्रभावी बनाने में हर जनपद में 100 महिलाओं का चयन कर इस मिशन को जो सकारात्मकता दी जा रही है।
बेहतर हो...
जनपद स्तर पर 100 महिलाओं के साथ ऐसे 100 पुरूष भी चयनित हो जिनके कायों से महिला सम्मान, सुरक्षा इनके शक्तिकरण को बल मिला हो व भय मुक्त समाज के लिए पुरूष के प्रेरक प्रयास हुए हो उन्हें चयन कर पुरूष वर्ग को नारी के प्रति उनका सम्मान, सुरक्षा व सशक्तिकरण को बल मिला हो या मिल रहा हो।
नारी व बालिकाओं के विरूद्ध अपराध में पुरूष वर्ग की प्रधानता होती है। नारी का उत्पीड़न एवं उनका शोषण तथा अपराध के लिए खुद अन्य नारी ही कम उत्तरदायी नहीं होती है। पुरूष वर्ग जो गलत सोच में चल रहे थे और किसी न किसी रूप में नारी के सम्मान उनकी सुरक्षा व उनके सशक्तिकरण में एक कारण थे और सोच बदल कर प्रेरक कार्य करते हुए सोच परिवर्तन की है या कराई है ऐसे पुरूषों का भी चयन कर उन्हें समाज व राष्ट्र में समाज के सामने प्रस्तुति हो इस अभियान के उद्देश्य में मील का पत्थर बन सकता है।
एक महिला के नाते मेरा मानना है की नारी शक्ति व बालिकाओं को भी आत्मचिंतन करना चाहिए की हमारी सुरक्षा, पअराध मुक्ति व सशक्तिकरण में बाधकता में हम तो कारण नही। यह कारण हम न होने दे ऐसे प्रयास हमारे द्वारा किए जा सकते है। नारी-पुरूष समानता के हम सशक्त दावेदारी करते है पर इसकी सीमा रहे यह हमारा चिंतन होगा तो इसके लिए पुरूष प्रतिस्पर्धा में कमी हो सकती है। इससे अपराध सशक्तिकरण व सम्मान हमारा विश्वास है स्वयं बढ़ेगा इसके लिए मांग या संघर्ष की जरूरत नहीं होगी। शक्ति अभियान पुरूष सोच नारी के प्रति बदलने के साथ नारी की सोच पुरूष के प्रति भी प्रतिस्पर्धात्मक न होकर भागीदारी प्रद होगी। - मीना भूषण